Durgapur के फुलझड़ पूजा मैदान में मेला लगाने को लेकर हंगामा, पुलिस का घेराव कर प्रदर्शन



दुर्गापुर :- जमीन का किराया लेकर मेला लगाने की अनुमति देकर एडीडीए विवादों में घिर गया है। इस बात पर विवाद है कि दुर्गापुर के फुलझड़ में पूजा मैदान का मालिकाना हक किसके पास है। गुरुवार की दोपहर मैदान पर बुटीक मेला लगाने वाले संस्था ने दावा किया कि एडीडीए ने किराये के बदले पूजा मैदान पर चार अगस्त से छह अगस्त तक मेला लगाने की अनुमति दी है। मेले के आयोजक मंडल की सदस्य कावेरी साव ने कहा कि संस्था ने पहले ही एडीडीए को किराये के लिए तीन हजार रुपए और जमा राशि के रूप में 50 हजार रुपए जमा कर दिया है। इसी के तहत गुरुवार की सुबह मेला समिति की ओर से पंडाल का निर्माण शुरू किया गया। आरोप है कि स्थानीय लोगों और फुलझोर समिति के पूजा समिति के सदस्यों ने पंडाल का निर्माण रोक दिया।




 स्थानीय लोगों का दावा है कि प्राचीन काल से ही इस भूमि की देखभाल पूजा समिति द्वारा ही की जाती रही है। 6 अगस्त को उनकी फुलझोर सर्वजन दुर्गोत्सव समिति उस मैदान में खुंटी ​​पूजा होनी है। इसके अलावा 5 अगस्त को उस मैदान में एक मीटिंग भी होनी है। उनका दावा है कि उन्हें यह भी नहीं पता कि जमीन ADDA की है। यहां तक ​​कि उनका दावा है कि उस जमीन का किराया आज तक किसी को नहीं दिया गया है।


दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक होने पर न्यू टाउनशिप थाने की पुलिस मौके पर आई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को घेरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। दुर्गापुर नगर निगम के प्रशासक बोर्ड के सदस्य और पूर्व स्थानीय पार्षद दीपांकर लाहा घटनास्थल पर आये। 


उन्होंने कहा कि प्रशासन और एडीडीए अधिकारियों की मध्यस्थता से फिलहाल समस्या का समाधान हो गया है। कहा गया है कि मेले के पंडाल को उस जमीन पर थोड़ा शिफ्ट किया जाये, ताकि खुंटी पूजा आयोजित करने में कोई परेशानी नहीं हो। हालांकि, उन्होंने इस बात पर संदेह जताया कि यह जमीन ADDA की है या नहीं।

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