रानीगंज। रानीगंज शहर में फुटपाथ से हर पल हो रही है समस्या और आसनसोल नगर निगम प्रत्यक्ष रूप से समस्या को अनुभव भी कर रहा है और शहर वासियों के हर सवाल पर यही आश्वासन दे रहा है कि बहूत जल्द पंजाबी मोड़ से लेकर शिशु बागान मोड़ तक सड़क के दोनों किनारों पर बने फुटपात को तोड़ दिया जायेगा। परंतु नगर निगम अधिकारियों के आश्वासन पर विश्वास नही कर पाए और लगभग 40 फूट लंबे फुटपाथ को तोड़ दिया। आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी के निर्देश पर पंजाबी मोड़ से लेकर नेताजी स्टेच्यू तक फुटपाथ बनने की बात थी। फुटपाथ का काम आरम्भ होने के कुछ समय पश्चात आसनसोल नगर निगम ने काम शिशु बागान तक लाकर छोड़ दिया। क्योंकि कही न कही नगर निगम को यह अनुभव हुआ कि रानीगंज शहर की सामाजिक व्यवस्था पर यह ठीक नही बैठ रहा है। प्राचीन शहर रानीगंज की अत्यंत वयस्त सड़क के रूप में एन एस बी रोड को जाना जाता है यानी रानीगंज शहर की लाइफ लाइन। इस व्यस्ततम सड़क की दो पहचान है। पहले एन एस बी रोड और दूसरा नेशनल हाई वे 60। प्रतिदिन जिस रफ्तार से गाड़ियां बढ़ रही है उसी रफ्तार से सड़के भी विभिन्न कारणों से सकरी होती चली जा रही हैं। फिर मामला चाहे अतिक्रमण हो या आसनसोल नगर निगम की पॉलिसी का। किंतु जूझना तो शहर वासियों को ही है। रानीगंज शहर वासियो ने हमेशा से यह शिकायत की है कि पंजाबी मोड से लेकर शिशु बागान तक बने फुटपाथ हटा दिया जाए। क्योंकि जिस ढ़ाचे में पूठपाथ बना है। वे किसी भी तरीके से सही नही है। न तो राहगीर चल पा रहे और न ही जाम की ही समस्या से राहत मिल रही है। उल्टे दुर्घटना और हो रही है। केवल मात्र समस्या ही उत्पन्न हो रही है। फुटपाथ के बने हुए लगभग 5 साल होने जा रहे हैं परंतु अभी तक यह स्पष्ठ हो पाया है कि आखिर फूटपाथ क्यों बनाया गया। हा फुटपाथ पर आसानी से विभिन्न तरह के होकर जरूर बैठ जा रहे हैं।कहीं घूमचा वाला तो कहीं कंबल बेचने वाला, कहीं लॉटरी बेचने वाला तो कहीं सब्जी - फल बेचने वाला। और कुछ नहीं हुआ तो नगर निगम का कचरा बॉक्स ही उसे पर रख दिया जा रहा है। हालांकि नगर निगम कई बार यह आश्वासन दे चुका है कि हम फूटपाथ को जल्द ही हटा देंगे परंतु आश्वासन के भी काफी समय हो गया है। अब तो लोग खुद ही अपने घर और अपने व्यवसायी प्रतिष्ठा के सामने बने फूटपाथ को धीरे-धीरे से तोड़कर हटा दे रहे हैं।उदाहरण सियरसोल राजबाड़ी मोड़ पर दिखने मिलेगा। लगभग 40 फूट लंबे फूटपाथ धीरे-धीरे तोड़ दिया और इससे किसी का नुकसान नहीं हुआ है बल्कि फायदा ही फायदा हुआ है।सबसे आश्चर्य की बात है तो यह है कि नगर निगम ने कोई कार्यवाही भी नही की और न ही जांच पड़ताल ही की है। यानी नगर निगम भी चाहता है कि सब लोग अपने अपने घर पर व्यवसायी प्रतिष्ठान के सामने से खुद ही फूटपाथ को तोड़ दे। आसनसोल नगर निगम के रानीगंज 2 नंबर बोरो चेयरमैन मुजम्मिल हुसैन उर्फ शहजादा ने कहा कि बहुत जल्द ही सड़क के दोनों किनारों से फूटपाथ को तोड़ने का काम शुरू कर दिया जाएगा परंतु कब इस पर उन्होंने कुछ भी नहीं कह पाए ।रानीगंज सिटीजन फॉर्म रानीगंज शहर को महकमा बनाने की माग पर आंदोलन कर रहा है। किंतु शहर की छोटी छोटी समस्याओं पर कुछ नही कर रहा है। हा प्रशासन को अवगत कराने के लिए पत्र जरूर लिखा जा रहा है। रानीगंज को पुनः महकमा का दर्जा दिलाने की माग पर आंदोलन सही है एवं इस मांग पर समूचे शहर वासियों को एक साथ आना चाहिए। क्योंकि यह हमारे प्राचीन शहर के गर्व और स्वाभिमान की बात है। परंतु जो बुनियादी मागे है और शहर की सुरक्षा से जुड़ी है उस पर सिटीजन फॉर्म को आंदोलन जरूर करना चाहिए ताकी शहर वासी को राहत और सिटीजन फोरम पर विश्वास भी कायम हो।
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