जामुड़िया :- जामुड़िया में एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक 2 के अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा विवादों में घिर गए हैं। स्थानीय निवासियों ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनकी गाड़ी की टक्कर से 5 ग्रामीण घायल हो गए। हालांकि, ब्लॉक अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। पहले भी विवादों में रहे हैं सिद्धार्थ राणा। गौरतलब है कि इसी साल दिसंबर महीने में खास केंदा सब्जी मंडी में एक विक्रेता से विवाद के बाद उन्होंने मारपीट के आरोप लगे थे। उस घटना के विरोध में खास केंदा सब्जी मंडी के विक्रेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और यातायात सामान्य किया।
यह नया विवाद जामुड़िया थाना क्षेत्र के चिचुरिया ग्राम पंचायत के बागडीहा गांव में हुआ है। स्थानीय निवासी टुम्पा बाउरी और सुभाष बाउरी का दावा है कि वे गांव के पास हनुमान मंदिर के पास खड़े थे। तभी सिद्धार्थ राणा तेज गति से गाड़ी चलाते हुए आए और अचानक पांच महिलाओं और एक बच्चे को टक्कर मार दी। ग्रामीणों का आरोप है कि जब स्थानीय लोगों ने इस घटना का विरोध किया, तो तृणमूल नेता ने उन्हें जातिसूचक और अभद्र भाषा में गाली दी। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि ब्लॉक अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा घायलों के इलाज की व्यवस्था किए बिना ही गाड़ी लेकर मौके से चले गए। इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया और स्थानीय निवासी गुस्से में फट पड़े। सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने चुनाव के दौरान सिद्धार्थ राणा को वोट देकर जिताया था, और बाद में वह पंचायत समिति के उपाध्यक्ष बने। लेकिन उनकी शिकायत है, "आज उन्होंने जिस तरह से आम लोगों के साथ व्यवहार किया, वह पूरी तरह से अमानवीय है। इस व्यवहार से हम स्तब्ध हैं।"
दूसरी ओर, सिद्धार्थ राणा ने सभी आरोपों का खंडन किया है। उनका दावा है कि वह उस इलाके में सरकारी काम से गए थे। उनके साथ किसी की कोई बातचीत नहीं हुई और न ही गाड़ी से टक्कर की कोई घटना हुई। उन्होंने यह भी कहा कि वह जांच कर रहे हैं कि इस तरह के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। इस घटना के संबंध में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है। हालांकि, स्थानीय लोगों की मांग है कि अगर दोषी साबित होता है तो सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अन्यथा वे बड़े आंदोलन पर उतरेंगे।
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