पांडवेश्वर में 10 दिन पहले निर्मित वाटर रिजर्वायर ढहा, 2 किशोर बाल-बाल बचे, जितेंद्र तिवारी ने किया कटाक्ष

 


पांडबेश्वर :- पांडबेश्वर के जोयलभंगा गांव में एक नवनिर्मित वाटर रिजर्वायर ढह गया, जिससे दो किशोर बाल-बाल बच गए। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यह दुर्घटना घटिया सामग्री के इस्तेमाल के कारण हुई है, जिससे इलाके में भारी आक्रोश फैल गया है। पांडबेश्वर के पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने जोवाभंगा गांव में नवनिर्मित वाटर रिजर्वायर के ढहने की घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर हमला बोला है।

ईसीएल के बांकोला क्षेत्र के जलभंगा पैच से सटे बाउरी पाड़ा में निवासियों की सुविधा के लिए हाल ही में प्राधिकरण द्वारा एक पानी का जलाशय बनाया गया था। 20,000 क्यूबिक लीटर पानी की क्षमता वाले इस रिजर्वायर के निर्माण में साढ़े चार लाख रुपये खर्च हुए थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह रिजर्वायर स्नान और अन्य दैनिक कार्यों के लिए बनाया गया था। इसका निर्माण लगभग 10 दिन पहले ही पूरा हुआ था। सोमवार को रिजर्वायर में पानी भरा गया था।


मंगलवार सुबह करीब 11 बजे रिजर्वायर का एक हिस्सा अचानक भरभरा कर गिर गया। घटना के समय, लगभग 14 वर्ष के दो किशोर रिजर्वायर में नहा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोनों किशोर बाल-बाल बच गए। किशोर बुधो बाउरी ने बताया, "हम दोनों नहा रहे थे। अचानक रिजर्वायर के अंदर से तेज आवाजें आने लगीं। कुछ ही पल बाद वह ढह गया। हम वहां से तुरंत हट गए। अगर हम समय पर वहां से नहीं हटते तो दीवार के नीचे दब जाते।"

घटना के बाद इलाके में गुस्सा फैल गया। आक्रोशित निवासियों ने संबंधित खदान के कोयला परिवहन वाहनों को रोककर प्रदर्शन किया। कुछ देर बाद संबंधित खदान के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय मजूमदार मौके पर पहुंचे। उन्हें देखते ही लोगों ने उन्हें घेरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संजय मजूमदार ने इसे "बेहद दुखद घटना" बताया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिसने भी इस काम को किया है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी वादा किया कि जल्द ही एक वैकल्पिक रिजर्वायर का निर्माण कराया जाएगा।



पांडबेश्वर के पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने जोवाभंगा गांव में नवनिर्मित वाटर रिजर्वायर के ढहने की घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर हमला बोला है। जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि उन्हें जोयलभंगा जाने से रोका गया था, क्योंकि वहां चल रही अनियमितताओं पर पर्दा डालना था। बीजेपी नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा कि इलाके के लोगों ने पेयजल संकट दूर करने के लिए पानी की टंकी का निर्माण करने के लिए कहा था, लेकिन निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं बरती गईं और घटिया किस्म की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने आरोप लगाया, इसी का नतीजा हुआ कि उद्घाटन से पहले ही वाटर रिजर्वायर टूट पड़ा। जैसे ही उसमें पानी भरा गया, वह भरभरा कर गिर गया। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि किस तरह से राज्य में विकास परियोजनाओं में जनता के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है और लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष और उच्च-स्तरीय जांच की मांग की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की वकालत की।

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