आसनसोल :- आसनसोल के बाराबनी इलाके में सोमवार को उस वक्त तनाव बढ़ गया जब स्थानीय लोगों को कोलियरी में नौकरी देने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा आयोजित ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण बाधित हो गया। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और उनके बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को कोलियरी प्रबंधन को ज्ञापन सौंपे बिना ही लौटना पड़ा।
भाजपा के जिला अध्यक्ष देव तनु भट्टाचार्य के नेतृत्व में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता ज्ञापन सौंपने के लिए कोलियरी पहुंचे थे। पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को सफलता नहीं मिली। देव तनु भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि एक लोकतांत्रिक देश में जायज मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम रखा गया था, जिसकी सूचना पुलिस प्रशासन और कोलियरी प्रबंधन को पहले ही दे दी गई थी। उन्होंने कहा, "इसके बावजूद आज टीएमसी के गुंडों की वजह से भाजपा ज्ञापन नहीं दे सकी। जब हमारे नेता और कार्यकर्ता यहां पहुंचे, तो देखा कि टीएमसी के गुंडे हाथों में लाठियां लेकर खड़े थे।" भट्टाचार्य ने दावा किया कि पुलिस ने भाजपा नेताओं को वापस जाने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन टीएमसी के गुंडों के सामने वे बिल्कुल असहाय लग रही थी। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि पुलिस गुंडों को काबू करने के लिए कुछ भी नहीं कर पाई। भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा एक शांतिप्रिय और अनुशासित पार्टी है, इसलिए आज ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम को स्थगित किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने जल्द ही फिर से आने और स्थानीय लोगों को नौकरी देने की मांग पर ज्ञापन सौंपने की बात कही।
इस मामले पर जब हमने बाराबनी पंचायत समिति अध्यक्ष असित सिंह से बात की, तो उन्होंने भाजपा के आरोपों का खंडन किया। सिंह ने कहा कि यहां कोलियरी में केवल उन्हीं स्थानीय लोगों को नौकरी दी गई है जिन्होंने कोलियरी बनाने के लिए अपनी जमीन दी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यहां किसी भी बाहरी व्यक्ति को नियुक्ति नहीं दी गई है।
सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अशांति फैलाने की कोशिश करने के लिए भाजपा का प्रतिनिधिमंडल आया था, जिसे स्थानीय लोगों ने ही रोक दिया।" उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से उन्हें फोन किया गया था और वे यहां आकर स्थानीय लोगों को समझाए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा न हो। सिंह ने यह भी कहा कि यहां के विधायक विधान उपाध्याय ने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि जो लोग जमीन प्रदान करते हैं, उन्हें नौकरी में प्राथमिकता मिले, और यहां यही हो रहा है। उन्होंने भाजपा द्वारा उनके खिलाफ 'सिंडिकेट राज' चलाए जाने के आरोपों से भी इनकार किया।
0 Comments