कोलकाता 2 जुलाई, 2025 – पश्चिम बंगाल भाजपा में अब नेतृत्व परिवर्तन का समय आ गया है ! खबर है कि भाजपा के राज्य अध्यक्ष पद पर डॉ सुकांत मजूमदार का कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाएगा, जिससे एक नए प्रदेश अध्यक्ष का चुना जाना लगभग तय है। इस प्रक्रिया के लिए 2 जुलाई को नामांकन दाखिल करने और वापस लेने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। इसके ठीक अगले दिन, 3 जुलाई को चुनाव और परिणाम की घोषणा होगी। राज्य भाजपा के रिटर्निंग ऑफिसर और विधायक दीपक बर्मन ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी कर इन तिथियों की जानकारी दी।
इस स्थिति में, 2026 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए, शीर्ष नेतृत्व राज्य संगठन की कमान किसी और को सौंपने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, भले ही राज्य अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की बात कही जा रही हो, लेकिन वास्तव में सर्वसम्मति से केवल एक नाम ही नामांकन के रूप में जमा होने की संभावना है। वह नाम किसका होगा ? यह इस समय सबसे बड़ा सवाल है। भाजपा के अंदरूनी हलकों में ऐसी अफवाहें हैं कि डॉ सुकांत मजूमदार का पदभार इस बार शमीक भट्टाचार्य को मिल सकता है। रविवार रात दिल्ली में जेपी नड्डा के घर पर शमीक भट्टाचार्य की लंबी मुलाकात के बाद यह अटकलें और तेज हो गई हैं। हो सकता है कि 2 जुलाई को एक बंद लिफाफे में उनका नाम ही नामांकन के रूप में जमा हो। हालांकि, शमीक ने इस बैठक को लेकर दावा किया है कि वह "ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में विभिन्न देशों में गए थे और उसी से संबंधित जानकारी देने के लिए नड्डा से मिलने गए थे। उनका यह दावा कितना सच है, यह 3 जुलाई को स्पष्ट हो जाएगा।
हालांकि, भाजपा के राज्य अध्यक्ष को लेकर इतनी चर्चा और अटकलों के बीच, पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष का नाम कहीं सुनाई नहीं दे रहा है। कई लोग बंगाल में भगवा खेमे की कमान दिलीप घोष को सौंपने के पक्ष में थे, लेकिन इस समय शाह-नड्डा की जोड़ी उनके बारे में खास कुछ नहीं सोच रही है। यहां तक कि संघ भी दिलीप से कुछ हद तक नाराज है। संभवतः इसी कारण से उन्हें यह जिम्मेदारी देने पर विचार नहीं किया गया है।
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