दुर्गापुर (राम बाबू यादव) :- दुर्गापुर स्थित कादा रोड इलाके में एक गैर सरकारी सीमेंट कारखाने में श्रमिकों की मांगों को लेकर चल रहा अनशन का मुद्दा अब जोर पकड़ रहा है। दुर्गापुर भूमि रक्षा समिति के नेता ध्रुवज्योति मुखर्जी पिछले 16 दिनों से आमरण अनशन पर हैं। शनिवार को, आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पाल उनसे मिलने पहुंचीं और मजदूरों की मांगों को सुनने के बाद उन्होंने कारखाना प्रबंधन पर जमकर निशाना साधा।
विधायक अग्निमित्रा पाल ने कहा कि हम उद्योगों के पक्ष में हैं, लेकिन उद्योग के नाम पर श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कारखाने में श्रमिकों को उचित मजदूरी नहीं मिलती। यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं और प्रदूषण को रोकने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। मजदूरों को पे स्लिप (वेतन पर्ची) और ईएसआई (ESI) जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ध्रुवज्योति इतने दिनों से मजदूरों के हित में कारखाने के गेट पर अनशन कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन की तरफ से कोई भी उनसे मिलने नहीं आया। विधायक ने आगे कहा कि सोमवार को मैं केंद्रीय श्रम आयुक्त से संपर्क करने की कोशिश करूंगी और केंद्रीय मंत्री को भी इस मामले की पूरी जानकारी दूंगी। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को काम पर लौटने के लिए एक हलफनामा देना पड़ रहा है कि वे आंदोलन नहीं करेंगे, जिसे उन्होंने "तानाशाही" करार दिया।
अनशन पर बैठे ध्रुवज्योति मुखर्जी ने कहा कि उनकी मुख्य मांग 'समान काम, समान वेतन' की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कारखाना प्रबंधन हर साल करोड़ों रुपये का मुनाफा कमा रहा है, लेकिन श्रमिकों को केवल 330 से 390 रुपये के बीच दिहाड़ी मिलती है। उन्होंने बताया कि पहले दो आंदोलनों के बाद उन्होंने मजदूरों की मजदूरी में 37 रुपये की वृद्धि कराई थी। ध्रुवज्योति ने कहा कि उनकी मांग है कि इस सीमेंट कारखाने में काम करने वाले लगभग 650 से अधिक संविदा (ठेका) श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाए।
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