रानीगंज :- रानीगंज थाना क्षेत्र के बांसड़ा और मंगलपुर के बीच स्थित शुभोदर्शिनी अस्पताल में सोमवार को शहनवारा खातून नामक महिला मरीज की मौत को लेकर हंगामा हुआ था। मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। मृतका के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की गई थी। इस बीच मंगलवार को आसनसोल नगर निगम में इस मसले पर महत्वपूर्ण बैठक हुई। जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरे राम सिंह नगर निगम पहुंचे। जहां बैठक में आसनसोल नगर निगम के मेयर और 6 नंबर वार्ड पार्षद बिधान उपाध्याय मृतका के परिजन और अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बैठक के बाद विधायक हरे राम सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बातचीत के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने यह स्वीकार किया कि महिला मरीज के इलाज में कहीं न कहीं लापरवाही हुई, जिसके कारण उनकी मौत हुई। अपनी गलती स्वीकार करते हुए, अस्पताल प्रबंधन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने पर सहमति जताई है।
विधायक ने बताया कि जिस महिला मरीज की मौत हुई है, उनके दो छोटे बच्चे हैं। इन बच्चों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने आर्थिक सहायता देने के लिए सहमति जताई है। समझौते के तहत अस्पताल प्रबंधन द्वारा दोनों बच्चों को हर महीने 5-5 हजार रुपये दिए जाएँगे। यह सहायता तब तक जारी रहेगी जब तक दोनों बच्चे 18 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर लेते। इसके अतिरिक्त, दोनों बच्चों के बैंक खातों में डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की एकमुश्त राशि भी जमा की जाएगी। विधायक हरे राम सिंह ने कहा कि इस तरह अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकार की है और उन्होंने मुआवजे की राशि देकर पीड़ित परिवार को राहत प्रदान की है।

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